खूबियां: इसे कभी भी बंद कर सकते हैं और आसानी से इसे पलटा जा सकता है, किसी डाक्टर या स्वास्थ्य कर्मी की ज़रूरत नहीं होती, किसी नुस्खे की ज़रूरत नहीं होती, कोई दुष्प्रभाव नहीं होते। यह मुफ़्त है।
खामियां: कुछ दंपती भावना के बहाव में आकर अपनी यौनिक क्रियाओं को गैर-यौनिक संभोग तक सीमित नहीं रख पाते। आप 100 प्रतिशत समय गैर-यौनिक संभोग अपनाते हैं, फिर भी गर्भवती होने की संभावना बनी रहती है। इससे यौनसंचारित रोगों से बचाव नहीं होता।
गैर-यौनिक संभोग (आउटरकोर्स) क्या है?
अलग-अलग लोगों के लिए गैर-यौनिक संभोग का अर्थ अलग-अलग होता है।
कुछ लोग संभोग (जब पुरुष महिला की योनि में लिंग प्रवेष कराता है) के अलावा किए जाने वाले किसी दूसरे तरह की यौन छेड़छाड़ को गैर-यौनिक संभोग मानते हैं। जबकि दूसरे लोगों के लिए गैर-यौनिक संभोग का मतलब, शरीर के किसी भी अंग (मुख, गुदा, योनि) में लिंग को प्रवेश किए बिना की जाने वाली यौन क्रिया है।
गैर-यौनिक संभोग से गर्भधारण से कैसे बचाव होता है?
गैर-यौनिक संभोग, शुक्राणु को योनि में जाने से रोककर गर्भधारण से बचाता है।
गैर-यौनिक संभोग कैसे करें?
सेक्स करने के ऐसे कई तरीके हैं जिनमें यौनिक संभोग करने की ज़रूरत नहीं होतीः
- चुंबन
- हस्तमैथुन
- हाथ से छेड़छाड़
- ज़ोर से सहलाना
- यौन कल्पना को अभिनय का रूप देना
- सेक्स खिलौनों (ट्वायज़) का प्रयोग करना
- मुख मैथुन
- गुदा मैथुन
चुंबन: आप शरीर के विभिन्न अंगों को चूम सकतें हैं।
हस्तमैथुनः आप अपने जननांगों को छूकर सेक्स का आनंद उठा सकतें हैं। आप अपने साथी के जननांगों को छूकर उन्हें आनंद दे सकतंे हैं। आप अपने साथी को हस्तमैथुन करते हुए देखें या अपने साथी को दिखाते हुए हस्तमैथुन कर सकतें हैं, इससे इस बात को समझने में सहायता मिलती है कि आप दोनों को किस प्रकार और कहां छूना पसंद है।
ज़ोर से या फिर हल्के से दबाव देना या सहलानाः आप अपने शरीर को अपने साथी के षरीर के साथ हल्के या फिर ज़ोर से दबाव देते हुए सहला़ सकते हैं। कई लोग इसे आनंददायी मानते हैं और एक-दूसरे के जननांगों को तीव्र या फिर हल्के से आपस में मलने से चरम आनंद प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा करने को ग्राइंडिंग, ड्राई हंपिंग या फ़ॉटेज भी कहा जाता है।
यौन कल्पना को अभिनय का रूप देनाः आप ऐसी सेक्स कल्पनाओं के बारे में बात कर सकते हैं या ऐसे कार्य कर सकते हैं जिससे आपको अपने साथी के साथ सेक्स करने का विचार आए। अथवा आप दोनों साथ-साथ कोई उत्तेजक फिल्म देख सकते हैं या ऐसी कोई कहानी पढ़ सकते हैं।
सेक्स खिलौनों का प्रयोगः आप वाइब्रेटर या डिल्डो से अपने षरीर या अपने साथी के शरीर के अंगों को अनुभव कर सकते हैं या सहला सकते हैं। यदि आप अपने सेक्स खिलौने को अपने साथी के साथ आदान-प्रदान करना चाहते हैं, और आप उसका प्रयोग अपनी योनि या गुदा में डालकर करते हैं, तो उस पर कंडोम लगाकर प्रयोग करना ज़रूरी है। हर साथी के लिए सेक्स खिलौने पर नया कंडोम पहनाकर उसका प्रयोग करें।
मुख मैथुन: आप अपने साथी के जननांगों को मुख से महसूस कर सकते हैं। आप मुख मैथुन करने या करवाने से गर्भवती नहीं हो सकतीं, इससे संक्रमण फैल सकता है। यदि आप पुरुष हैं, तो कंडोम का प्रयोग कर संक्रमण फैलाने से बच सकते हैं। यदि आप महिला हैं, तो अपने जननांगों को किसी प्लास्टिक (या कंडोम को वर्गाकार आकार में काटकर) से ढककर संक्रमण फैलाना रोक सकती हैं।
गुदा मैथुन: आप अपने साथी के नितंबो, गुदा या गुदा द्वार को उंगली, मुख, जननांग या खिलौने से महसूस कर सकते हैं। गुदा मैथुन करने से आप गर्भवती नहीं होगी, लेकिन इससे संक्रमण फैलना काफ़ी आसान होता है। अपनी उंगली या जननांगों पर कंडोम पहनने से संक्रमण फैलाने का जोखिम काफी कम हो जाता है।
गर्भधारण से बचने के लिए मुझे इस विधि का प्रयोग कब-कब करना चाहिए?
जब तक आप और आपके साथी गैर-यौनिक संभोग जारी रखेंगे और संभोग (जिसमें पुरुष महिला की योनि में लिंग प्रवेश करातें हैं), नहीं करेंगे तब तक आप गर्भधारण से बची रहेंगी।
गर्भधारण रोकने में गैर-यौनिक संभोग कितना प्रभावी है?
यदि आप और आपके साथी गैर-यौनिक संभोग सही तरीके से करते हैं तो गर्भवती होने की संभावना लगभग शून्य होती है। गुदा मैथुन और अपने जननांगों को अपने साथी के जननांगों के संपर्क में लाने पर वीर्य या वीर्यपात से पूर्व निकलने वाले द्रव की योनि के अंदर जाने की संभावना रहती है। इसलिए यदि आप 100 प्रतिषत सुनिष्चित होना चाहती हैं तो कंडोम का प्रयोग करें।
गैर-यौनिक संभोग कितना सुरक्षित है?
गैर-यौनिक संभोग के कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होते। अतः गर्भनिरोधक उपाय के रूप में कोई भी इनका प्रयोग कर सकता है।
क्या इसके लिए किसी डाक्टरी नुस्खे की ज़रूरत होती है?
नहीं
कीमत?
कुछ नहीं, यह मुफ़्त है!
क्या यह आसानी से उपलब्ध है?
जी हाँ
गैर-यौनिक संभोग करने में केवल एक ही समस्या है, कि आप और आपके साथी दोनों को इसके लिए राज़ी होना चाहिए।
फायदे?
गैर-यौनिक संभोग मुफ़्त है, इसके कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं हैं, और यह सुरक्षित सेक्स करने का आनंददायी तरीका हो सकता है, खासकर तब, जब वीर्य या वीर्यपात से पहले निकलने वाले द्रव से एक-दूसरे को आदान-प्रदान नहीं होता।
महिलाओं के लिए गैर-यौनिक संभोग इस बात को समझने में सहायक हो सकता है कि वे चरम आनंद कैसे प्राप्त करें। कई महिलाएं योनि उत्तेजना या (केवल संभोग से) चरम आनन्द महसूस नहीं करतीं बल्कि टिठनी के उत्तेजित होने पर करती हैं।
पुरुशों के लिए गैर-यौनिक संभोग, संभोग को करने के दबाव के बिना यौन उत्तेजना महसूस कराता है।
इस प्रकार साथियों के लिए गैर-यौनिक संभोग एक-दूसरे के षरीर के बारे में अच्छी तरह जानने और किसी गर्भधारण की चिंता किए बिना यौन आनंद को अनुभव करने का तरीका हो सकता है।
नुकसान?
साथियों के लिए गैर-यौनिक संभोग से हटकर संभोग न करना काफी कठिन होता है। इसलिए जब वे गैर-यौनिक संभेाग करते हैं तो असुरक्षित (बिना किसी गर्भनिरोधक के) हो सकते हैं, जिससे अनचाहा गर्भधारण या यौनसंचारित रोग हो सकता है।
यदि साथी गैर-यौनिक संभोग भी कर रहे हों तब भी योनि में कुछ शुक्राणु प्रवेश करने की संभावना बनी रहती है।
यौनसंचारित रोगों से सुरक्षा?
गैर-यौनिक संभोग करने से आपको यौनसंचारित रोग होने का जोखिम कम होता है, किंतु इस बात की कोई गारंटी नहीं है। मुख और गुदा मैथुन करने के दौरान दोनों साथी के शरीर के तरल पदार्थों का आदान-प्रदान होता है, जिससे आपको यौनसंचारित रोग होने का जोखिम बढ़ जाता है। हर्पीज़ और एचपीवी जैसे कुछ यौनसंचारित रोग केवल एक-दूसरे की त्वचा संपर्क में आने से एक व्यक्ति से दूसरे को लग सकते हैं। इसलिए जहां यौनसंचारित रोगों का जोखिम काफ़ी कम होता है, वहीं केवल चुंबन या जोर से सहलाने से भी आपको यौनसंचारित रोग होने का जोखिम बना रहता है। यदि आपको यौनसंचारित रोगों के संक्रमण की चिंता है, तो अपनी सुरक्षा के लिए कंडोम या किसी ऐसे ही अवरोधक उपाय का प्रयोग करें।