सेक्स के दौरान दर्द क्यों होता है आईये जानते है कश्यप क्लीनिक प्राo लिo के सुप्रसिद्ध सायको सेक्सोलॉजिस्ट ड़ा० बी०के० कश्यप से

सेक्स के दौरान दर्द क्यों होता है आईये जानते है कश्यप क्लीनिक प्राo लिo के सुप्रसिद्ध सायको सेक्सोलॉजिस्ट ड़ा० बी०के० कश्यप से
सेक्स सभी के लिए एक सुखद अनुभव नहीं होता है। पहली बार किया गया सेक्स अकसर पीड़ादायक होता है। यह आम बात है लेकिन अगर एक से अधिक बार सेक्स करने के बाद भी यह दर्द जारी रहे तो यह चिंता का विषय हो सकता है। कई बार इंटरकोर्स के दौरान महिलाओं और पुरुषों दोनों को दर्द होता है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि इंटरकोर्स के दौरान दर्द होता क्यों है?
सेक्स के दौरान दर्द क्यों होता है ?
पहली बार सेक्स के दौरान दर्द होना आम बात है। पहली बार इंटरकोर्स के दौरान महिलाओं की झिल्ली के फ़टने के कारण महिलाओं के निचले हिस्से में दर्द होता है। वहीं पुरुषों के प्राइवेट पार्ट की स्किन के खिंचने के कारण होता है।
साथ ही पहली बार सेक्स के समय तनाव या टेंशन के कारण निचले हिस्से में सूखेपन के कारण भी दर्द भी होता है। इसके अतिरिक्त महिलाओं को वजाइना में सूजन होना, गर्भनिरोधक गोलियां लेने से या किसी बीमारी के कारण भी यह दर्द हो सकता है। पुरुषों को सेक्स के दौरन अगर प्राइवेट पार्ट में दर्द होता है जो इसका कारण कोई इंफेक्शन या बीमारी हो सकती है। आइए जानें कुछ ऐसे तरीके जिनसे सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को कम किया जा सकता है।
सेक्स के दौरान दर्द का उपचार
फोरप्ले करें
इंटरकोर्स से पहले फोरप्ले करना सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मददगार होता है। अगर दर्द होता है तो यह जरूरी है कि पेनीट्रेशन धीरे-धीरे किया जाए।
लुब्रिक़ेंट्स का इस्तेमाल करें
सेक्स के दौरान दर्द की एक मुख्य वजह सूखेपन को माना जाता है। इसके लिए सेक्स के दौरान लुब्रिकेट्स का इस्तेमाल करना चाहिए। लुब्रिकेंट्स का इस्तेमाल कर पेनीट्रेशन के दौरान होने वाले दर्द को कम किया जा सकता है। प्राइवेट पार्ट्स को साफ रखें प्राइवेट पार्ट्स को साफ रखना बेहद जरूरी है। इससे इंफेक्शन और एसटीडी रोगों से बचा जा सकता है।
माहौल बनाएं, भावनात्मक सुरक्षा प्रदान करें
कई बार महिलाओं के मन में इंटरकोर्स के प्रति डर रहता है। इस डर के कारण सेक्स के दौरान प्राइवेट पार्ट में जो गीलापन होना चाहिए वह नहीं हो पाता। इस समस्या से निपटने का सबसे आसान तरीका है डर पर काबू पाना। अपने पार्टनर को इस डर से लड़ने में मदद करनी चाहिए। बातचीत करें और उनका सहयोग दें।
अगर इंटरकोर्स में अधिक दर्द होता है तो इसके विकल्प के तौर पर ओरल सेक्स, मसाज या साथ नहाने जैसी क्रियाओं का आनंद लिया जा सकता है।
अगर इंटरकोर्स के दौरान दर्द रहता है तो डॉक्टर से अवश्य सलाह लेनी चाहिए। कई बार यह दर्द अंदरुनी सूजन या किसी गंभीर चोट के कारण भी हो सकता है। इसलिए सेक्स समस्याओं को नजरअंदाज करने की जगह डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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