Call Now

क्या वीर्य का पतलापन प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है?

  • Home
  • -
  • Uncategorized
  • -
  • क्या वीर्य का पतलापन प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है?

क्या वीर्य का पतलापन प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है?

क्या वीर्य का पतलापन प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है? कारण और घरेलू उपचार – 

आज के समय में पुरुषों में वाटरी सीमेन (Watery semen) की समस्या एक आम समस्या है, जो पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है । पानी जैसे पतले वीर्य के उत्पादन के अनेक कारण हो सकते हैं, कुछ कारण अस्थाई होते हैं जिनके इलाज की आवश्यकता नहीं होती है । जबकि कुछ स्थितियों में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ, पानी जैसे पतले वीर्य का कारण हो सकती हैं । अतः पानी जैसे पतले वीर्य की समस्या उत्पन्न होने पर व्यक्ति को स्वास्थ्य सलाहकार से परामर्श लेना चाहिए ।

वीर्य के पतलापन की समस्या – 


पानी जैसे पतले वीर्य (Watery semen) का उत्पन्न होना एक अस्थायी समस्या हो सकती है और बिना किसी इलाज के दूर हो सकती है। लगातार पानी जैसे पतले वीर्य के निकलने की स्थिति कभी-कभी प्रजनन क्षमता को प्रभावित करने वाली स्थितियों जैसे- लो स्पर्म काउंट या किसी अन्य स्थिति का संकेत हो सकती है । लेकिन पानी जैसे पतले वीर्य के होने या कम शुक्राणु संख्या की स्थिति व्यक्ति बांझपन की ओर संकेत नहीं करती है, लेकिन यह स्थितियां गर्भ धारण में मुश्किल पैदा कर सकती हैं।
यदि कोई व्यक्ति महसूस करता हैं कि उसका वीर्य पानी की तरह पतला (Watery semen) है, तो इस स्थिति में प्राथमिक सहायता प्राप्त करने के लिए चिकित्सक या मूत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति और उसका साथी गर्भधारण करने की कोशिश करना चाहते हैं तो इस स्थिति में फर्टिलिटी विशेषज्ञ (fertility specialist) से सलाह लेनी चाहिए। 

पतले वीर्य का निदान – 


पानी जैसे पतले वीर्य के कारणों का निदान करने के लिए उपयोगी परीक्षणों में वीर्य विश्लेषण (semen analysis) को शामिल किया जा सकता है। यह परीक्षण शुक्राणु और वीर्य स्वास्थ्य की जांच करने के लिए उपयोगी होता है। इसके अतिरिक्त डॉक्टर द्वारा पानी जैसे पतले वीर्य (Watery semen) की निदान प्रक्रिया में निम्न तरह की जाँच की जा सकती हैं, जैसे:
· स्खलन के दौरान वीर्य की मात्रा की जाँच ।

  • शुक्राणुओं की संख्या (sperm count)की जाँच
    · शुक्राणु गतिशीलता (sperm motility) की जाँच
    · शुक्राणु आकृति विज्ञान (sperm morphology), या शुक्राणु के आकार और आकृति की जाँच
    · लिक्विफैक्शन टाइम (liquefaction time) की जाँच – लिक्विफैक्शन टाइम (liquefaction      time) वह समय है जो वीर्य को एक गाढ़े, जेल की तरह तरल पदार्थ से पानी की तरह तरल पदार्थ में बदलने में लगता है ।
    · हार्मोन के स्तर की जाँच
    · एसिडिटी (acidity) की जांच
    इसके अतिरिक्त डॉक्टर पीड़ित व्यक्ति से मेडिकल इतिहास के बारे में कुछ प्रश्न पूछेगा और एक शारीरिक परीक्षण करेगा। 


पतले वीर्य के लिए घरेलू उपाय – 


कुछ मामलों में, जीवनशैली में परिवर्तन कर शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाया जा सकता है, तथा पानी जैसे पतले वीर्य (Watery semen) की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके तहत निम्न घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं, जैसे:
· सिगरेट न पीये
· संतुलित वजन बनाये रखें
· शराब के सेवन में कमी लाये
· गर्म स्नान से बचें
· तनाव कम करें
· पर्याप्त नींद लें
· नियमित रूप से व्यायाम करें
· हस्तमैथुन से बचें अर्थात लगातार दो स्खलन के बीच लगभग 3 दिनों का अंतर रखें
· कार्बोहाइड्रेट से भरपूर आहार का सेवन करें, जैसे- सेब, जामुन, नाशपाती, अंगूर, अमरूद, आम, और तरबूज तथा सब्जियों में ककड़ी, गोभी, टमाटर, सलाद और प्याज आदि।
· जिंक रिच फूड्स का सेवन करें, जैसे –बादाम, मूंगफली, चिलगोज़ा (पाइन नट्स), काजू और सूरजमुखी के बीज इत्यादि।
इसके साथ ही पानी जैसे पतले वीर्य के इलाज के दौरान डॉक्टर सम्बंधित व्यक्ति को कुछ समय के लिए संभोग से दूर रहने की सलाह दे सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए Dr.B.K.Kashyap से संपर्क करें 9305273775

 

Kashyap Clinic Pvt. Ltd.


Blogger:  https://drbkkashyap.blogspot.com/   

Justdial:

https://www.justdial.com/Allahabad/Kashyap-Clinic-Pvt-Ltd-in-Civil-Lines/group


Website:  http://www.drbkkashyapsexologist.com/


Gmail: dr.b.k.kashyap@gmail.com


Fb: https://www.facebook.com/DrBkKasyap/


Youtube:  https://www.youtube.com/channel/UCE1Iruc110axpbkQd6Z9gfg

Twitter: https://twitter.com/kashyap_dr


Lybrate:  https://www.lybrate.com/allahabad/doctor/dr-b-k-kashyap-sexologist


Sehat :  https://www.sehat.com/dr-bk-kashyap-ayurvedic-doctor-allahabad

 

Linkdin:


https://www.linkedin.com/in/dr-b-k-kashyap-24497780/?originalSubdomain=in

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

+ 29 = 32